थार की कसीदाकारी

थार की कसीदाकारी

एक दिन गांवों में घूमते-घामते एक झोपड़ी पर चरखा पड़ा दिखाई दिया। पहले ग्रामीण इस चरखे से कताई करते थे, पर अब इस्तेमाल नहीं करते। राजस्थान में हस्तकला की परंपरा रही है। चाहे वह ऊन की हो,चमड़े की हो, कशीदाकारी की हो या लकड़ी की। उन्हें लगा कि ऐसे कठिन समय में लोग अपने...
मालधारियों से सीखना होगा

मालधारियों से सीखना होगा

कच्छ के मालधारी चारागाह की जमीन का सामुदायिक अधिकार पाने के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं। उन्होंने वन अधिकार कानून के तहत दावे फार्म भरे हैं। गुजरात सरकार ने इसे सकारात्मक ढंग से लेकर गैर अनुसूचित क्षेत्र में सामुदायिक अधिकार की अधिसूचना जारी कर दी है। लेकिन काफी समय गुजरने...
महामारी में आत्मनिर्भरता की पहल

महामारी में आत्मनिर्भरता की पहल

फोटो क्रेडिटः उरमूल “जब पिछले साल अचानक से तालाबंदी हुई थी तब हमने तत्काल बैठक की, स्थिति का आंकलन किया और टीम बनाई। मास्क बनाए, राशन वितरण किया, पशुओं का टीकाकरण किया, टिकाऊ कृषि और सब्जी बाड़ी पर जोर दिया। जन जागरूकता कार्यक्रम चलाया।” यह उरमूल सीमांत समिति की शिल्प...
सुंदरलाल बहुगुणा : जिन्होंने गांधी को जिया

सुंदरलाल बहुगुणा : जिन्होंने गांधी को जिया

सुंदरलाल बहुगुणाः जिन्होंने गांधी को जिया पेड़, प्रकृति से प्यार करना सिखाया, विकास की सीमा बताई विख्यात पर्यावरणविद् व हिमालय की पहचान बन चुके सुंदरलाल बहुगुणा जी का पिछले दिनों निधन हो गया। मुझे याद आ रहा है जब पहली बार मैंने उन्हें देखा व सुना था। यह 90 के दशक के...